BitMEX के सह-संस्थापक ने बिटकॉइन को रिज़र्व एसेट बनाने में आने वाली अड़चनों की ओर इशारा किया।
कुछ विश्लेषक इस विचार को लेकर बेहद संदेहशील हैं कि बिटकॉइन को अमेरिकी सरकार के रणनीतिक भंडार (strategic reserves) में शामिल किया जा सकता है। उनका मानना है कि यह प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी इतनी अधिक अस्थिर है कि इसे एक सुरक्षित संप्रभु संपत्ति (sovereign asset) नहीं माना जा सकता। ऐसे संदेह करने वालों में शामिल हैं क्रिप्टो एक्सचेंज BitMEX के सह-संस्थापक आर्थर हेस, जो कहते हैं कि अमेरिका का बढ़ता कर्ज और क्रिप्टो उत्साही लोगों की सार्वजनिक छवि इस विचार को कभी हकीकत बनने नहीं देगी।
"अमेरिका एक घाटे में चलने वाला देश है," हेस ने कहा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि रणनीतिक बिटकॉइन रिज़र्व के मामले में अधिकारी जो एकमात्र काम कर सकते हैं, वह यह है कि “उन्होंने लोगों से जो बिटकॉइन लिया है, उसे न बेचें।”
हेस ने ज़ोर देकर कहा कि अमेरिकी सरकार शायद ही कभी इतना अस्थिर एसेट खरीदने के लिए डॉलर छापेगी, और उससे भी कम संभावना है कि वह ऐसा कदम उठाने की जनता को कोई सफाई देगी। “खासकर तब, जब लोकप्रिय धारणा यह हो कि बिटकॉइन के शौकीन क्लब में मौज कर रहे हैं,” उन्होंने चुटकी ली।
हेस का मानना है कि यह पूरा विचार विफलता के लिए ही बना है और इसका बिटकॉइन की कीमत पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। “मेरा व्यक्तिगत मानना है कि बिटकॉइन की डॉमिनेंस वहीं लौटेगी जहाँ यह 2021 की ऑल्टकॉइन सीज़न से पहले थी — यानी लगभग 70%,” उन्होंने भविष्यवाणी की। हेस का मानना है कि एक पूरी तरह से तेज़ी वाला बाजार (bull market) लौटना अब केवल समय की बात है।
इससे पहले, BitMEX के सह-संस्थापक ने यह कहकर सुर्खियाँ बटोरी थीं कि बिटकॉइन 2030 तक $1 मिलियन तक पहुँच सकता है। उन्होंने निवेशकों से यह भी आग्रह किया था कि वे बहुत देर न करें।