क्या अमेरिका कर्ज संकट के कगार पर है?
विश्लेषकों ने एक बार फिर खतरे की घंटी बजा दी है! क्या अमेरिका एक सॉवरेन कर्ज संकट (sovereign debt crisis) की ओर बढ़ रहा है? यह आशंका अब काफी वास्तविक मानी जा रही है।
मूडीज़ द्वारा अमेरिकी सरकार की क्रेडिट रेटिंग में की गई कटौती के बाद चिंताएं और तेज़ हो गई हैं। इसी समय, वैश्विक बाज़ारों में जापानी बॉन्ड यील्ड में तेज़ उछाल देखा गया और S&P 500 इंडेक्स 1.61% गिर गया। अमेरिका का राष्ट्रीय कर्ज अब $36.2 ट्रिलियन के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया है, जिसमें से $28.6 ट्रिलियन बॉन्ड्स और सिक्योरिटीज़ के रूप में लंबित हैं।
विश्लेषकों के अनुसार, लंबी अवधि के ट्रेज़री यील्ड्स (Treasury Yields) लगातार बढ़ रहे हैं। अक्टूबर 2023 के बाद पहली बार 30-वर्षीय बॉन्ड यील्ड्स 5.00% के पार चले गए हैं, जिससे वित्तीय विशेषज्ञों के बीच गहरी चिंता पैदा हो गई है।
इस घबराहट का एक कारण न केवल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ नीति है, बल्कि उनका व्यापक राजकोषीय (fiscal) प्रस्ताव भी है। कांग्रेसनल बजट ऑफिस (CBO) का अनुमान है कि यह योजना अगले दस वर्षों में $2.3 ट्रिलियन का खर्च ला सकती है।
कमेटी फॉर अ रिस्पॉन्सिबल फेडरल बजट का कहना है कि अगर अस्थायी टैक्स कट्स को आगे बढ़ाया गया, तो यह खर्च $5.7 ट्रिलियन तक पहुंच सकता है।
इस तरह का राजकोषीय विस्तार, खासकर जब आक्रामक टैरिफ के साथ जोड़ा जाए, अमेरिका में महंगाई (Inflation) को और भड़का सकता है।
हालांकि, कुछ विश्लेषकों को उम्मीद है कि हालात स्थिर हो सकते हैं।
अब बाजार के जानकार यह अनुमान लगा रहे हैं कि क्या "बॉन्ड विजिलांटेस" (bond vigilantes) 10-वर्षीय बॉन्ड यील्ड्स को महत्वपूर्ण 5.00% के स्तर से ऊपर धकेल देंगे — ऐसा हुआ तो यह संरचनात्मक समस्याओं का संकेत हो सकता है।
इस परिप्रेक्ष्य में, यह सवाल बेहद अहम हो गया है कि क्या कर्ज संकट निकट है? विशेषज्ञ मानते हैं कि यह एक वास्तविक संभावना बन गई है, खासकर जब टैरिफ से बढ़ती महंगाई को और बल मिल रहा है।
हालांकि, एक कर्ज संकट का मतलब ज़रूरी नहीं कि आपदा ही हो।
यार्डेनी रिसर्च के विश्लेषकों का मानना है कि अगर यह स्थिति वॉशिंगटन को अधिक स्थिर और सतत राजकोषीय नीति अपनाने के लिए मजबूर करती है, तो मौजूदा उथल-पुथल बाद में शांत हो सकती है।
निवेशकों के लिए, यह दौर लंबी अवधि में इक्विटी बाजार में निवेश का अच्छा अवसर भी बन सकता है।