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चीन संकट में: अर्थव्यवस्था की सुस्ती के बीच स्टील और कोयला उत्पादन में गिरावट

चीन संकट में: अर्थव्यवस्था की सुस्ती के बीच स्टील और कोयला उत्पादन में गिरावट

चीन कई चुनौतियों का सामना कर रहा है: घरेलू अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी पड़ रही है और स्टील व कोयले का उत्पादन घट रहा है। ब्लूमबर्ग के अनुसार, जुलाई में स्टील और कोयले का उत्पादन मौसम की बिगड़ती परिस्थितियों और अतिरिक्त क्षमता पर लगाम लगाने के लिए सरकार के प्रयासों के बीच तेज़ी से गिरा।

स्टील उत्पादन साल-दर-साल 4% घटकर 80 मिलियन टन से नीचे आ गया, जो 2025 का सबसे निचला स्तर है और लगातार तीसरी मासिक गिरावट है। जून की गिरावट मई की तुलना में कम थी, क्योंकि कम आपूर्ति ने अस्थायी रूप से मुनाफ़ा बढ़ा दिया था, लेकिन यह रुझान पलटने के लिए काफ़ी नहीं था। साल के पहले सात महीनों में उत्पादन 2024 की तुलना में 3.1% कम रहा, जो 2020 के बाद से सबसे कमजोर परिणाम है।

कोयले का उत्पादन जुलाई में 3.8% घटकर 380 मिलियन टन रह गया, जो एक साल में पहली बड़ी गिरावट है। हालांकि, विश्लेषकों ने बताया कि पहले सात महीनों का संचयी उत्पादन अब भी रिकॉर्ड स्तर पर बना हुआ है।

औद्योगिक कमोडिटी की मांग मौसमी सुस्ती में चली गई, वहीं चरम मौसम ने सुस्ती को और गहरा दिया। झुलसा देने वाली गर्मी और भारी बारिश के चलते खदानों, कारखानों और निर्माण स्थलों को काम बंद करना पड़ा। उत्तरी कोयला हब बुरी तरह प्रभावित हुए, क्योंकि बाढ़ ने खदानों को बंद करने और परिवहन में बाधा डालने पर मजबूर किया।

इसी बीच, कोयला उत्पादक उत्सर्जन सीमा से अधिक उत्पादन करने पर सरकार की कड़ी निगरानी में हैं। स्टील उद्योग भी बड़ी अतिरिक्त क्षमता से जूझ रहा है, जो 2024 में 142 मिलियन टन रही — यह 2020 की तुलना में लगभग चार गुना अधिक है। निर्यात ने आंशिक रूप से कमजोरी की भरपाई की, लेकिन वैश्विक संरक्षणवाद (प्रोटेक्शनिज़्म) बढ़ने से बिक्री पर रोक लगने का खतरा है।

कमज़ोर जुलाई आर्थिक आँकड़ों के बाद चीन में लौह अयस्क की कीमतें 0.2% गिरकर $101.90 प्रति टन पर आ गईं। वहीं, कच्चे स्टील का उत्पादन 79.66 मिलियन टन पर आ गया, जो 2017 के बाद जुलाई का सबसे निचला स्तर है।

विशेषज्ञों के अनुसार, पिछले महीने चीन की अर्थव्यवस्था में व्यापक स्तर पर सुस्ती रही। मुख्य बाधा अब भी अमेरिका के साथ जारी ट्रेड वॉर है। खुदरा बिक्री साल-दर-साल केवल 3.7% बढ़ी, जो 2025 की सबसे धीमी रफ्तार है। वहीं, गहराते प्रॉपर्टी संकट के बीच साल के पहले सात महीनों में स्थायी परिसंपत्ति निवेश (fixed-asset investment) सिर्फ 1.6% बढ़ा। शहरी बेरोज़गारी भी अपेक्षा से अधिक 5.2% पर रही, विश्लेषकों ने निष्कर्ष निकाला।

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