ऑस्ट्रेलिया क्रिप्टो कंपनियों पर नियंत्रण कड़ा करने की तैयारी में
ग्रीन कॉन्टिनेंट के डिजिटल सेक्टर में बड़े बदलाव underway हैं। यह क्षेत्र अब सख्त निगरानी के अधीन होगा। यह कदम धोखाधड़ी जैसी गतिविधियों को रोकने के लिए आवश्यक है। ऑस्ट्रेलिया के क्रिप्टोकरंसी सेक्टर की वर्तमान स्थिति के विश्लेषण के अनुसार, 400 से अधिक पंजीकृत एक्सचेंज और लगभग 5,000 मनी ट्रांसफर सेवाएं मनी लॉन्ड्रिंग, धोखाधड़ी और आतंकवाद के वित्तपोषण जैसे जोखिमों के लिए अत्यधिक संवेदनशील हैं। ये आंकड़े चौंकाने वाले हैं! निरीक्षण के बाद, ऑस्ट्रेलियाई नियामक ने 13 स्थानीय क्रिप्टो कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए हैं और 50 फर्मों की जांच शुरू की है।
AUSTRAC के CEO ब्रेंडन थॉमस के अनुसार, एजेंसी ने पाया है कि क्रिप्टो कंपनियों द्वारा संदिग्ध लेन-देन की रिपोर्टिंग में गंभीर खामियां हैं — कई मामलों में या तो रिपोर्टिंग पूरी तरह से अनुपस्थित है या बेहद अधूरी है। इसके अलावा, एजेंसी के पास मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद-रोधी वित्तपोषण अधिनियम (AML/CTF) के उल्लंघनों के कई सबूत हैं, जिनमें ग्राहकों की पहचान सत्यापन (KYC) में चूक शामिल है।
थॉमस ने कहा,
“हमने 2024 की शुरुआत में एक जांच शुरू की ताकि अयोग्य क्रिप्टो सेवा प्रदाताओं की पहचान की जा सके। हम जनता को याद दिलाते हैं कि AML/CTF नियमों का पालन न करने पर कंपनी नेतृत्व के खिलाफ आपराधिक मुकदमा चल सकता है, और जो फर्में नियामक नियमों को नजरअंदाज करेंगी, उनकी लाइसेंस रद्द कर दी जाएंगी।”इससे पहले AUSTRAC ने सभी स्थानीय क्रिप्टो एक्सचेंज और मनी ट्रांसफर सेवाओं से आग्रह किया था कि वे AML/CTF प्रोग्राम लागू करें, जिसमें जोखिम आकलन और स्टाफ प्रशिक्षण शामिल हो। यह कदम नियामकीय कार्रवाई से बचने के लिए अनिवार्य है।
इसके अलावा, ऑस्ट्रेलियाई ट्रेजरी ने डिजिटल एसेट सेक्टर में कानून विकसित करने की योजना पेश की है। खास बात यह है कि इस दस्तावेज़ में एक統ित और विनियमित ईकोसिस्टम के निर्माण की परिकल्पना की गई है।