ट्रंप की टैरिफ नीतियां अमेरिकी अर्थव्यवस्था को महामारी के दौर जैसी कमजोरी की ओर धकेल रही हैं।
हालांकि यह चौंकाने वाला है, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों से हुई आर्थिक क्षति की अब तुलना कोविड-19 महामारी से हुई तबाही से की जा रही है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था की स्थिति एक संकटपूर्ण मोड़ पर पहुंच चुकी है, जो महामारी काल की याद दिलाती है। यह वाकई में एक नाटकीय मोड़ है।
इंस्टिट्यूट फॉर सप्लाई मैनेजमेंट (ISM) के अनुमानों के अनुसार, ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लगभग उसी गंभीर स्थिति में पहुंचा दिया है जैसी 2020 में कोरोना वायरस संकट के चरम पर थी। ISM के विश्लेषकों ने बताया कि एक्सपोर्ट ऑर्डर इंडेक्स में तीव्र गिरावट आई है, जो मई 2025 में लगातार तीसरे महीने गिरा है। यह इंडेक्स अब महामारी के बाद के सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुका है। इतनी खराब स्थिति आखिरी बार 2008–2009 की वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान देखी गई थी। यह गिरावट भी कोविड-19 महामारी के बाद सबसे तेज मानी जा रही है।
इसके अलावा, अमेरिकी विनिर्माण क्षेत्र की स्थिति को मापने वाला पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) गिरकर 48.5 पर आ गया है। तुलना के लिए, अप्रैल 2020 में कोविड-19 की शुरुआत के समय यह 41.5 था।
कुछ विश्लेषकों ने पहले ही चेतावनी दी थी कि ट्रंप की टैरिफ नीति के कारण संयुक्त राज्य अमेरिका वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं से पिछड़ सकता है।