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अमेरिका का लक्ष्य एआई में वर्चस्व हासिल करना है।

अमेरिका का लक्ष्य एआई में वर्चस्व हासिल करना है।

यह कोई रहस्य नहीं है कि संयुक्त राज्य अमेरिका वैश्विक अर्थव्यवस्था के हर प्रमुख क्षेत्र में वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश करता है—और अधिकांश मामलों में वह इसमें सफल भी रहता है। अब, अमेरिकी सरकार ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्र में **वैश्विक नेतृत्व सुनिश्चित करने के प्रयासों को तेज़ कर दिया है।

इसके तहत व्हाइट हाउस प्रशासन ने इस क्षेत्र के लिए एक नया 23-पृष्ठीय एक्शन प्लान औपचारिक रूप से जारी किया है।
प्रशासन इस पहल को वैश्विक एआई वर्चस्व की स्पष्ट दावेदारी मानता है।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुरू की गई इस योजना को तीन कार्यकारी आदेशों का समर्थन प्राप्त है। यह योजना एआई को "औद्योगिक क्रांति, सूचना क्रांति और पुनर्जागरण—सभी एक साथ" के स्तर तक ले जाती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक एआई दौड़ एक ज़ीरो-सम गेम है, जो विश्व शक्ति संतुलन को दोबारा परिभाषित कर सकती है।

ट्रंप प्रशासन की एआई कार्य योजना तीन मुख्य बातों पर ज़ोर देती है:

1. नवाचार (Innovation) को प्राथमिकता देना

अमेरिका इस समय एआई में वैश्विक नेतृत्व कर रहा है।
दुनिया की शीर्ष 50 एआई कंपनियों में से 42 अमेरिका में हैं, जिनमें से 33 सिर्फ कैलिफ़ोर्निया में स्थित हैं।
2024 में, अमेरिकी कंपनियों ने एआई में कुल निजी और वेंचर कैपिटल निवेश का लगभग तीन-चौथाई हिस्सा आकर्षित किया — और यह प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है।

2. इन्फ्रास्ट्रक्चर का विस्तार

आज एआई संचालन भारी मात्रा में ऊर्जा खपत करने वाले डेटा सेंटर्स पर निर्भर है।
दुनिया के लगभग आधे बड़े डेटा सेंटर्स अमेरिका में हैं।
2023 में, अमेरिकी डेटा सेंटर्स ने देश की 4.4% बिजली का उपयोग किया — जबकि 2018 में यह केवल 2% था।
अनुमान है कि 2028 तक यह खपत 12% तक पहुंच सकती है।
इसलिए योजना में पावर ग्रिड को आधुनिक बनाने और न्यूक्लियर व अन्य उन्नत तकनीकों से क्षमता बढ़ाने की बात की गई है।

3. अनुसंधान और विकास (R&D) को गहरा करना

यह पहल अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
सरकार का उद्देश्य है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नेतृत्व बनाए रखा जाए, और दूसरे देश "अमेरिका द्वारा वित्तपोषित नवाचार पर मुफ्त सवारी" न कर सकें।
चीन सबसे बड़ा चिंता का विषय बना हुआ है, क्योंकि वहां के एआई मॉडल तेजी से अमेरिका की बराबरी की ओर बढ़ रहे हैं।
इसके जवाब में, अमेरिका निर्यात नियंत्रणों को कड़ा कर रहा है।

अन्य प्रमुख बिंदु व्हाइट हाउस की योजना में अमेरिकी एआई तकनीकों को विदेशों में बढ़ावा देने और उनके उपयोग की निगरानी मजबूत करने की बात की गई है। दस्तावेज़ यह भी ज़ोर देता है कि एआई मानव श्रम का पूरक होना चाहिए, उसका स्थान नहीं लेना चाहिए, और यह सुनिश्चित किया जाए कि एआई सिस्टम वैचारिक पक्षपात से मुक्त रहें।

इस व्यापक रणनीति के माध्यम से अमेरिका ने स्पष्ट कर दिया है कि वह एआई के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

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