अमेरिकी बजट घाटा अनुमानों से 1 ट्रिलियन डॉलर अधिक होने वाला है, जिसका मुख्य कारण नीतिगत बदलाव और टैरिफ (शुल्क) हैं।
रॉयटर्स के अनुसार, अगले दशक में अमेरिकी संघीय बजट घाटा कांग्रेसनल बजट ऑफिस (CBO) के अनुमान से लगभग 1 ट्रिलियन डॉलर अधिक होने की उम्मीद है। यह देश की वित्तीय स्थिति में एक गंभीर गिरावट को दर्शाता है और नीति-निर्माताओं के लिए तुरंत कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर देता है। अनुमान से अधिक घाटे का मुख्य कारण संभावित कर और राजकोषीय कानूनों में बदलाव तथा नए टैरिफ (शुल्क) का असर है।
प्रारंभिक अनुमानों से पता चलता है कि 2026 से 2035 तक के वित्तीय वर्षों में संचयी बजट घाटा 22.7 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँच सकता है। पहले, डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में वापसी से पहले, यह अनुमान था कि यह आंकड़ा 21.8 ट्रिलियन डॉलर से अधिक नहीं होगा।
राष्ट्रीय ऋण पर शुद्ध ब्याज भुगतान अगले दशक में 14 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है, जो 2025 में 1 ट्रिलियन डॉलर (GDP का 3.2%) से बढ़कर 2035 तक 1.8 ट्रिलियन डॉलर (GDP का 4.1%) हो जाएगा।
वर्तमान पूर्वानुमान उन कानूनों और टैरिफ़ पर आधारित है, जो जनवरी 2025 से लागू होंगे। हालांकि, स्थिति और खराब हो सकती है यदि अमेरिकी कोर्ट ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ को पलट देता है।
एक वैकल्पिक परिदृश्य में माना गया है कि कई अस्थायी कर छूटों को बढ़ा दिया जाएगा — जिनमें ओवरटाइम कार्य, टिप्स, सोशल सिक्योरिटी आय, कार लोन ब्याज और राज्य कर कटौती शामिल हैं। इसमें स्थानीय करों और फैक्ट्री निवेश पर पूरी छूट (full expensing) को भी जोड़ा गया है। अगले दस वर्षों में ये बदलाव अमेरिकी घाटे में 1.7 ट्रिलियन डॉलर और जोड़ सकते हैं।
बेसलाइन परिदृश्य में अनुमान है कि ऋण-से-GDP अनुपात 2035 तक 118% से बढ़कर 120% हो जाएगा। लेकिन वैकल्पिक परिदृश्य बताता है कि यह अनुपात 134% तक पहुँच सकता है।